Web Series की बढ़ती लोकप्रियता से फिल्म मेकिंग में करियर बनाने का अवसर बढ़ा
नई दिल्ली,जेएनएन। पूरी दुनिया में नेटफ्लिक्स द्वारा वेब पर फिल्में रिलीज करने और तेजी से बढ़ती उनकी लोकप्रियता को देखते हुए बॉलीवुड के तमाम निर्माता और स्टार भी वेब सीरीज में रुचि ले रहे हैं। यहां नये चेहरों को भी अपनी अदाकारी से अलग पहचान मिल रही है। टेलीकॉम कंपनियों की ओर से सस्ता इंटरनेट डाटा मिलने से ऐसी फिल्मों को दर्शक भी खूब मिल रहे हैं। ऐसे में अगर आपके पास भी कोई आइडिया है और थोड़ी-सी फिल्म मेकिंग की समझ, तो इन शॉर्ट फिल्मों में एक्टिंग, डायरेक्शन करके अच्छी कमाई कर सकते हैं...
पिछले एक-दो सालों से वेब सीरीज फिल्मों की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। अपने आसपास ही मेट्रो में, बसों में या फिर ट्रेनों में स्मार्टफोन पर इन फिल्मों में तल्लीन लोग देखे जा सकते हैं
घरों में भी फुरसत के समय में लोग इन फिल्मों को देखना काफी पसंद कर रहे हैं। अमेजन प्राइम, नेटफ्लिक्स और हाटस्टार जैसे डिजिटल प्लेटफार्म पर आजकल ऐसी फिल्मों की भरमार है।
यूट्यूब पर भी इस तरह की फिल्में देखी जा रही हैं। युवा इस तरह की फिल्मों के सबसे अधिक दर्शक हैं। इसकी वजह यह है कि फिल्मों की जो कहानियां अब तक टैबू होने के चलते बड़े परदे पर नहीं दिखाई जाती थीं या फिर फिल्मकार जिन कहानियों को कहने से हिचकते थे, वे भी अब वेब सीरीज में देखी जा सकती हैं। कुल मिलाकर, वेब सीरीज ने अपने नए कंटेंट से दर्शकों के सामने मनोरंजन का एक नया विकल्प पेश किया है। इसके साथ ही वेब सीरीज फिल्मों के निर्माण में ऐसे कुशल युवाओं के लिए संभावनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं, जो अपनी अलग सोच और क्रिएटिविटी से फिल्म मेकिंग, एक्टिंग, डायरेक्शन और पटकथा लेखन में पहचान बनाना चाहते हैं।
क्या है वेब सीरीज
वेब सीरीज यानी स्क्रिप्टेड वीडियोज की सीरीज, जो अलग-अलग विषयों पर आधारित होती हैं। हाल के वर्षों में लोग फिल्मों और टीवी सीरियल्स के साथ-साथ वेब सीरीज की ओर भी तेजी से आकर्षित हो रहे हैं। इन फिल्मों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इन्हें देखने के लिए आपको किसी सिनेमाघर, मल्टीप्लेक्स या थिएटर में जाने की जरूरत नहीं है। इन्हें घर बैठे या चलते-फिरते यात्रा के दौरान अपने मोबाइल, टैबलेट और लैपटॉप पर ही देखा जा सकता है।
दूसरे, फिल्मों और टीवी सीरियल की तरह यह बहुत लंबी अवधि का नहीं होता है यानी यह सिर्फ 15 से 45 मिनट की होती हैं और इसलिए ये दर्शकों को बोर नहीं करतीं। आमतौर पर किसी भी वेब सीरीज में 8-10 एपिसोड होते हैं, जिनमें अलग-अलग कहानियां होती हैं। कई बार डिजिटल प्लेटफॉर्म पर इन वेब सीरीज के सारे एपिसोड एक साथ लॉन्च कर दिए जाते हैं, तो कई बार हर हफ्ते इनका एक एपिसोड लॉन्च होता है। आजकल हिंदी और अंग्रेजी में तमाम नई-नई वेब सीरीज फिल्में यूट्यूब के अलावा नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो जैसे डिजिटल प्लेटफॉम्र्स पर उपलब्ध हैं, जहां से इन्हें आसानी से देखा जा सकता है।
बहुआयामी करियर
फिल्म एवं एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री बहुत बड़ा क्षेत्र है, जहां फिल्मों और टीवी सीरियल्स के निर्माण में प्रतिभाशाली युवाओं के लिए हमेशा काफी स्कोप रहा है। यह ऐसा फील्ड रहा है, जहां पैसा और शोहरत भी खूब है। आप एक्टिंग, डायरेक्शन, पटकथा लेखन, डायलॉग लेखन आदि के जरिए रातोंरात स्टार बन सकते हैं। सबसे अच्छी बात है कि इस फील्ड में हर तरह के युवाओं के लिए स्कोप लगातार बढ़ रहे हैं। जहां एक ओर वेब सीरीज जैसी शॉर्ट फिल्मों का चलन बढ़ा है, वहीं दूसरी ओर रोज नए-नए चैनल्स आ रहे हैं। नए-नए सीरियल्स बन रहे हैं। कई भाषाओं में फिल्में बन रही हैं, जिसके लिए ज्यादा से ज्यादा नए डायरेक्टर्स, एक्टर्स और स्क्रिप्ट राइटर की जरूरत देखी जा रही है।
इसके अलावा, ऐसे प्रशिक्षित प्रोफेशनल्स की जरूरत एड कंपनियों और कॉरपोरेट कंपनियों को भी है, जो टीवी और पत्र-पत्रिकाओं के लिए विज्ञापन और उसकी पंचलाइन लिखते हैं। इन्हीं बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए आज भी फिल्म मेकिंग और एक्टिंग को एक उभरते हुए करियर के तौर पर देखा जाता है। इसमें अपने मनपसंद क्षेत्र में समुचित प्रशिक्षण हासिल करके आप भी फिल्मों के अलावा वेब सीरीज में एक्टर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर,कंपोजर, सिनेमैटोग्राफर,फोटोग्राफी डायरेक्टर, स्क्रिप्ट राइटर, साउंड एडिटर, फिल्म एडिटर आदि के रूप में एक शानदार करियर बना सकते हैं। यह कोर्स करके आप फिल्म मेकिंग के अलावा कॉरपोरेट कंपनियों और एनजीओज में प्रमोशनल फिल्म्स या डॉक्यूमेंट्री फिल्म्स बनाकर भी अपनी पहचान बना सकते हैं।
कोर्स एवं योग्यता
देश के कई संस्थानों में फिल्म मेकिंग में डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्सेज ऑफर हो रहे हैं। ये कोर्सेज एक्टिंग, फिल्म एंड टीवी प्रोडक्शन, डायरेक्शन, सिनेमैटोग्रॉफी, फिल्म एडिटिंग, साउंड रिकॉर्डिंग, विजुअल मिक्सिंग तथा स्क्रिप्ट राइटिंग के रूप में उपलब्ध हैं। टेक्निकल कोर्स आप 12वीं के बाद कर सकते हैं, लेकिन यदि पीजी लेवल का कोई क्रिएटिव कोर्स करना चाहते हैं, तो इसके लिए किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन होना जरूरी है।
सैलरी
फिल्म मेकिंग में कमाई आपके टैलेंट पर निर्भर करती है। शुरुआत में इस फील्ड में भले ही कम पैसे मिलते हैं, लेकिन 4-5 साल का अनुभव हो जाने के बाद आगे बढ़ने की कोई सीमा नहीं है। फिर कमाई की भी कोई सीमा नहीं है। अगर आपने फिल्म मेकिंग में टेक्निकल पढ़ाई की है, तो शुरू में सैलरी 15 से 20 हजार रुपये आसानी से मिल जाती है। इसी तरह फिल्म, टीवी शोज, सीरियल्स और कॉमर्शियल्स में काम करके एक्टर और डायरेक्टर करोड़ों रुपये तक की फीस ले रहे हैं।
फ्यूचर है काफी ब्राइट
द वायरल फीवर के चीफ कंटेंट ऑफिसर समीर सक्सेना ने कहा कि वेब सीरीज का फ्यूचर काफी ब्राइट रहने वाला है। हमारे देश में तो अभी यह शुरू हुआ है। यह पूरा डिजिटल मीडियम ही अभी अर्ली स्टेज पर है, लेकिन जैसा कि अब हर आदमी के पास स्मार्टफोन आ गया है और हर किसी को यह भी पसंद है कि वह जिस समय चाहे, जिस तरह का कंटेंट चाहे अपने मोबाइल पर ही देख सके, जब भी वह फ्री हो इसे देख सके। ऐसे में इसकी डिमांड इतनी ज्यादा है कि यह चीज और ज्यादा बढ़ने वाली है।
इसके साथ-साथ फिर राइटर और डायरेक्टर को भी और ज्यादा काम मिलेगा, जिसके कंटेंट तैयार करने के लिए उन्हें और ज्यादा लोगों की जरूरत होगी। टीवी और फिल्म में तो पहले से ही लोग लगे हैं, लेकिन इस मीडियम से युवाओं को एक नया मौका मिला है। इसलिए जो युवा इस फील्ड में इंट्रेस्टेड हैं, वे बहुत मेहनत करें, दिल लगाकर काम कीजिए, क्योंकि जो अच्छा टैलेंट होगा, वह अलग से पहचाना जाएगा।
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